Supreme court judge said to lawyers 10 people look at us and shout

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जब वकीलों से ही जज तंग आ गए. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को वकीलों के बारी-बारी से दलीलें पेश करने की बढ़ती प्रथा पर निराशा जाहिर की. जज ने कहा, 10 लोग हमारी तरफ देखते हैं और चिल्लाते हैं. सब एक ही साथ दलील पेश करने लगते हैं.

जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस एसवीएन भट्टी की बेंच कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली एक आपराधिक विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) (Criminal Special Leave Petition) पर सुनवाई कर रही थी. जिसने सुपारी के कथित अवैध कारोबार के आधार पर याचिकाकर्ता से जब्त किए गए वाहन और सामान की कस्टडी उसे देने से इनकार कर दिया था.

वकीलों से तंग आ गए जज

सुप्रीम कोर्ट में जज की बेंच के सामने इस मामले में याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व करने वाले कई वकील एक साथ बोलने लगे. सभी वकील एक साथ ही अपनी-अपनी दलील पेश करने लगे. इसी के बाद बेंच ने हस्तक्षेप किया और कड़ी फटकार लगाई.

“10 लोग हमारी तरफ देखते हैं और चिल्लाते हैं”

जस्टिस भट्टी ने कहा, एक ही वकील एक बार में बोलें, सुप्रीम कोर्ट में किसी तरह मैं इस बात को समझ नहीं पा रहा हूं कि एकदम से 10 लोग हमारी तरफ देखते हैं और चिल्लाते हैं, हमें कौन सी आवाज सुननी है? उन्होंने आगे कहा, ऐसे स्टाइल से मैंने याचिकाकर्ता की मदद से ज्यादा उसी को नुकसान होते देखा है.

वकीलों ने मांगी माफी

जस्टिस भट्टी के यह बात कहने के बाद और इस चीज पर वकीलों का ध्यान खींचने के बाद मुख्य वकील ने माफी मांगी. मुख्य वकील ने बेंच को सूचित किया कि बाकी वकील, जो याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वो कोलकाता हाईकोर्ट से हैं और इस आचरण के लिए बेंच से माफी मांगी तो वकीलों के माफी मांगने पर भी जस्टिस ने कमेंट किया.

जस्टिस भट्टी ने कहा, हाईकोर्ट में ऐसी चीजें नहीं होती हैं. जब वो सुप्रीम कोर्ट में आ रहे हैं तो वो ऐसा क्यों कर रहे हैं?” जब वकीलों ने माफी मांगी तो जस्टिस भट्टी ने कहा, प्लीज, इस बात को किसी और तरह से न लें, कभी-कभी हम भी चिढ़ जाते हैं. बेंच ने हालांकि, इस मामले के फैसले पर रोक लगा दी और मामले में नोटिस जारी किया.

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